ये कहावत बड़ी फेमस है "जैसी करनी वैसी भरनी" यानी व्यक्ति के कर्म जैसे होते हैं, वैसा ही उसे फल मिलता है। कर्म के फल को हम शायरी के अंदाज में आपके सामने पेश कर रहे हैं। यहां हम कुछ कर्म कोट्स हिंदी में हमने खास आपके लिए लिखे हैं। बिना देर किए पढ़ते हैं कर्मा कोट्स इन हिंदी।
कर्मा कोट्स : कर्म शायरी | कर्मा कोट्स इन हिंदी | Karma Quotes In Hindi
कर्मा व कर्म, अच्छा और बुरा दोनों ही तरीके का होता है। दोनों तरह के कर्मों का जिक्र हम नीचे कर्म शायरी में किया है। इन्हें आप स्टेटस बनाने से लेकर पोस्ट करने में काम ला सकते हैं।
बदला लेने में समय बर्बाद मत करो,
चोट पहुंचाने वाले लोगों पर गौर मत करो,यहीं होगा सबके कर्मों का फैसला, फिक्र मत करो।
कोई मेरा बुरा करे वह उसका कर्म है।
मैं किसी का बुरा न करूं,
यही तो मेरा धर्म है।
हर एक कर्म बोया हुआ बीज है,
मिलने वाला सुख-दुख उसी का फल है।
अगर कर्म को करने की हिम्मत और उसे सुधारने की नीयत हो,
तो इंसान बहुत कुछ कर सकता है।
इंसान कभी भी जन्म से भाग्यशाली नहीं होता,
वह अपने कर्मों से खुद को भाग्यशाली बनाता है।
कर्म पर ही भाग्य होता है निर्भर,
यही तय करता है इंसान का मुकद्दर।
कर्मों और गुणों से मिली सफलता ही,
सबसे सच्ची सफलता होती है।
दिल में इंसानियत रखो हैसियत नहीं,
भगवान हमेशा कर्म देखता है वसीयत नहीं।
आपको प्यार तबतक मिलता रहेगा
दुनिया भर में आपका तबतक नाम होता रहेगा,
जबतक अच्छे कर्मों का सिलसिला जारी रहेगा।
नकल नहीं अकल लगा,
जुर्म की राह से निकल आ,
नेक कर्मों में मन को लगा।
जैसे सौ गायों में भी बछड़ा पहचान लेता है अपनी माँ,
वैसे ही हजारों लोगों में कर्म ढूंढ लेता है आपका पता।
मदद कोई करे न करे,
आप अपना कर्म करते रहें,
मुसीबत में कोई साथ दे न दे,
आप दूसरों के साथ देते रहें।
कर्म सुख देता है, कर्म दुख देता है,
जैसा बीज बोता है, वैसा ही फल मिलता है।
किसी काम का श्रेय मिले-न-मिले,
कर्म का फल जरूर मिलता है,
कोई आपकी अच्छाई देखे-न-देख,
आपका कर्म सबकुछ देख लेता है।
रब को है खुश करना,
तो अच्छे कर्म करते रहना।
कर्म करना है हमारी जिम्मेदारी,
यहां सबको निभानी होगी दुनियादारी।
अंत में भगवान से है सबको मिलना,
इसलिए जारी रखना अच्छे कर्म करना।
उस दिन से बुरा वक्त शुरू हो जाता है,
जिस दिन बुरे कर्मों का घड़ा भर जाता है।
कर्म पथ पर ही चलते रहना, यही जीवन है हमारा,
रुक जाएंगे जिस दिन समझो यही अंत है हमारा।
कर्म एक ऐसा आइना है,जो हमें खुद हमारा असली चेहरा दिखाता है।
अच्छे कर्म करो, कांड नहीं,भाग्य का साथ मिलेगा, दण्ड नहीं।
कर्म हमेशा सूद समेत वापस आता है।
जो व्यक्ति अच्छे कर्म करता है,
ऊपर वाला भी उसी का साथ देता है।
अर्जुन भी श्रीकृष्ण का प्रिय इसलिए था,
क्योंकि उसका स्नेह अच्छे कर्मों में था।
कर्म का खेल है सब, यह लौट कर जरूर आएगा,
जो किया है आज, वो कल आपके साथ हो जाएगा।
भगवान न दण्ड देता है, न क्षमा करता है,वो कर्मों को देखकर जीवन की रेखा बुन देता है।
जीवन के अंत में दो चीजें काम आती हैं,
कितना धर्म किया है और कैसा कर्म किया है।
जिस तरह मेहनत का नजीता अच्छा मुकाम होता है,
उसी तरह नेक कर्म का नतीजा अच्छा भाग्य होता है।
सफलता का कारण सिर्फ आप हैं,
आपने क्या कर्म किया है,
यह बस उसी का एक परिणाम है।
कर्म ऐसा करो कि भाग्य खुद ही आपको हर मुसीबत से बाहर निकाले।
पूरी दुनिया कर्म पर निर्भर है,
याद रखिए, हम सभी कर्म पर ही जी रहे हैं।
अच्छे कर्म का मतलब ऐसे कर्मों से है, जिनसे किसी का दिल नहीं दुखता हो। किसी भी मनुष्य के मन को दुखाना, उन्हें रुलाना, किसी को प्रताड़ित करना, सताना, ठगना, सबकुछ खराब कर्मों में शामिल है। इसी वजह से खुद को हमेशा अच्छे कामों में लगाकर रखे। किसी के बारे में बुरा स्वप्न में भी नहीं सोचना चाहिए।